Hinduism/Hinduism ko hi target kyo kiya jata hai/Hindu duniya ne kis kis desh me hain/Vedas/Shiva/Mahakal

Hinduism

पूरे World में अनेक Religion आज के समय में अस्तित्व में हैं। हर एक धर्म को मानने वाले अनुयाइयों की संख्या दुनिया में हर जगह अलग हैं। Islam को मानने वाले Arab क्षेत्र में ज्यादा हैं तो Christian Religion को मानने वाले यूरोप में ज्यादा हैं।
World में Hinduism को मानने वाले लोगो की सबसे बड़ी तादाद India के अंदर ही हैं। World’s Oldest Religion होने के नाते पूरी दुनिया में जगह जगह पर Hinduism को मानने वाले की संख्या वर्तमान में बढ़ने लगी हैं। 
संसार के अलग अलग धर्म के लोग अब Hinduism को ही सब धर्मों का मूल मानकर Hinduism को अपनाने में लगे हैं।
यूरोपियन देशों में तो Hinduism को मानने वाले अनुयाई Hare Rama Hare Krishna Movement का आयोजन करते हैं। Germany जैसे आधुनिक देश में Hinduism को मानने वाले लोगो की संख्या में काफी तेजी से बढ़ोतर हो रही हैं।
Scientists जब अपनी शोध के लिए दुनिया की जगह जगह जाकर वहां पार प्राचीन काल में रही सभ्यताओं की जांच करते हैं तो अधिकांश जगह पर जो भारत से हजारों किलोमीटर दूर हैं वहां पर भी हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां मिलती हैं।
जमीन में दफन हजारों सालों से कई ऐसी प्रतिमाएं हैं जो दुनिया का इंतजार कर रही हैं की आओ और आके हमारे बारे में जांच कर के दुनिया को बताओ कि हम कोन हैं??
यहां क्या कर रहे हैं??
अगर Hinduism केवल भारत तक ही सीमित होता तो Hinduism से जुड़े हुए निसान आज पूरी दुनिया में जगह जगह नही मिलते।
भारत को जब से अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली हैं उसके बाद से लगातार वामपंथी विचारधारा वाले लोगो की देश में राज रहा हैं, सत्ता का फायदा उठाकर इन्होंने भारत के प्राचीन इतिहास और Hinduism से जुड़े सबूतों और निशानियों को दबाना शुरू कर दिया।
विदेशी आक्रांता जीतने भी भारत में आए थे उनमें से हर एक की विचारधारा बस एक थी,हिंदुस्थान और Hinduism को नष्ट कर के अपनी विचारधारा को लोगो पर थोपना।
आज के समय में वामपंथी विचारधारा का वही तबका हमेशा देश के विरुद्ध में खड़ा हो जाता हैं।
ये एक ऐसा समूह हैं जो देश को संसार में ऊंचाइयों पर जाता हुआ नही देखता चाहता।इनकी बस इतनी सी चाहत हैं की इस देश की आम जनता देश के वास्तविक रहस्य के बारे में कभी भी नही जाने।

Why Bollywood Always Target Hinduism in Movies??

भारत के फिल्म उद्योग में पिछले कुछ दशकों से माफिया का राज रहा हैं। माना जाता हैं की Bollywood  को International Terrerist Dawood Ibhrahim कंट्रोल करता हैं।
T- Series के मालिक Gulshan Kumar की हत्या के बाद इस उद्योग पर पूर्ण रूप से माफिया का राज हो गया। 90 के दशक के बाद भारत ने जितनी भी फिल्में बनी हैं उन सब में हिंदू धर्म को हमेशा नीच दिखाया गया हैं। आप काफी सारी फिल्मों में देख सकते हैं की मंदिर के पुजारी को बलात्कारी और तस्कर बनाया जाता था जबकि किसी पठान को सच्चा देशभक्त बताया जाता था। 
जिन लोगो को वीरता का जीता जागता नमूना बताया जाता था आज उन लोगो की बहादुरी को पूरी दुनिया अफगानिस्तान में देख चुकी हैं।

Why Hinduism is an Easy Target for Leftists??

आज के इस लेख में हम इस मुद्दे पर बात करने वाले हैं की Hinduism इतना ज्यादा Target क्यों किया जाता हैं?? 
Secular होना हिंदुओ की सबसे बड़ी कमजोरी माना जाता हैं। हिंदू ही संसार में एकमात्र ऐसा धर्म हैं जो विस्तारवाद की राजनीति नही करता। हिंदू धर्म के अलावा संसार के सारे धर्म अपने आपको फैलाने में लगे हैं। हम हमारे धर्म का प्रचार खुद नही करते, हमारे धर्म का प्रचार लोग खुद करते हैं। लोगो को जब हिंदू धर्म और उसके संस्कारों का पालन कर के खुशी मिलती है तो वे हमारे हिंदू धर्म की अपनाते हैं ।
भारत के अंदर गांव देहात में जाकर देख लो आप, आज के समय के ईसाई, इस्लाम और बाकी अन्य कई धर्म के लोग हैं जो पैसे देकर लोगो को अपना धर्म छोड़कर उनके धर्म को अपनाने के लिए मनाते हैं।
पैसे के लालच में लोग हिंदू धर्म को छोड़कर कई बाकी धर्मो को अपनाने लगे हैं। Secular नाम इस देश के लिए सबसे बड़ी दीमक हैं। जब 1947 में देश का बंटवारा ही धर्म के आधार पर हुआ था तो देश के अंदर ऐसी कूटनीति की क्या जरूरत थी??.
गांधी और नेहरू ने इस देश का बंटाधार अपनी निजी राजनीति और सुख के लिए कर दिया।
आजादी से पहले देश के अंदर हिंदू और मुसलमान एक होकर रहते थे। किसी भी समाज में कोई विद्रोह नही था फिर अचानक से ऐसा क्या हुआ की देश के अंदर जातिवाद और धर्म के कारण इतने ज्यादा दंगे होने लगे।
आप इतिहास उठाकर देख सकते है। आजादी से पहले देश के अंदर जाती और धर्म के कारण दंगे बहुत कम होते थे परंतु आजादी के बाद इनका चलन ज्यादा हो गया। 
हर एक जाति अपना वर्चस्व बताना चाहती हैं और इन्ही जाति के चक्करों में जनता हिंदू धर्म के मूल संस्कारों को भूलती जा रही हैं।

Vedic India

Vedic India ये नाम ही बस आप में से कुछ लोगों ने सुना होगा परंतु इस शब्द का वास्तविक मतलब आप में से अधिकांस लोग आज भी  नही जानते हैं।
भारत के इतिहास को इस तरीके से दबाया गया कि संसार को कभी पता ही नहीं चले की भारत का वास्तविक इतिहास क्या है??
 विश्व के प्रतिष्ठित अंतरिक्ष शोध संस्थानों ने जो आंकड़े 19वीं शताब्दी के अंदर जाकर दुनिया को बताए हैं। वही आंकड़े हमारे हिंदू धर्म के अंदर Vedic Science वैदिक साइंस के द्वारा आज से हजारों लाखों साल पहले   हमारे ऋषि रूप के अंदर वैज्ञानिकों ने बता दिए थे।
 सूर्य से पृथ्वी की दूरी कितनी है यह किसी भी धर्म के अंदर नहीं लिखा हुआ है, परंतु हमारे  Sanatan Dharma सनातन धर्म के अंदर इसके बारे में संपूर्ण विस्तार से बताया गया है कि सूर्य से पृथ्वी की दूरी कितनी है, और जब नासा के द्वारा अपोलो मिशन के बाद में सूर्य से चांद की दूरी की गणना की गई तो वह लगभग उतनी ही प्राप्त हुई जो भारत के वैदिक इतिहास   में आज से हजारों साल पहले बताई गई थी।
 अब आप खुद सोचिए कि भारत के इतिहास को दबाने का कारण क्या था??
 क्यों पुरानी वामपंथी सरकार नहीं चाहती थी कि देश के इतिहास को दुनिया के सामने लाया जाए??
 जंतर मंतर जैसी भारी भरकम मशीन जो इंसानों के द्वारा बनाई गई थी  वह आज से हजारों साल पहले से बनी हुई है। जिसमें अंतरिक्ष के अंदर सितारों की गणना करके और सूर्य ग्रहण और चंद ग्रहण  का आसानी से पता लगाया जाता था। यही काम आज NASA अपने अत्याधुनिक मशीनों के द्वारा कर रहा है जो आज से हजारों साल पहले हमारे वैज्ञानिकों ने कर दिया था।
जय हिंद जय भारत 🇮🇳🇮🇳

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