स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती। डासना थप्पड़ कांड

नमस्कार

भारत देश में ऐसा कोई दिन नही बीतता जिसमे कोई मुद्दा नहीं उठा हो या फिर कोई नया प्रकरण लाइमलाइट में नही आया हो।
आजकल मीडिया में एक नाम बहुत ज्यादा चर्चा में छाया हुआ हैं और वो नाम हैं यति नरसिंहानंद बाबा का जिन्हे उनके हिंदुत्ववादी विचारधारा और बयानों के लिए टार्गट किया जा रहा हैं वो भी पिछले कुछ दिनों से। 

ये मुद्दा उठा हैं आसिफ नाम के एक मुस्लिम नाबालिग लड़के को थप्पड़ मरने पर जो खुद को मंदिर में पानी पीने आना बता रहा था जबकि उस मंदिर में उस समय पर उपस्थित लोगों का इस बारे में कुछ और ही विचार हैं। पिछले कुछ दिनों से ये मुद्दा डासना देवी मंदिर प्रकरण के नाम से नेशनल मीडिया में छाया हुआ हैं और बाबा यति नरसिंहानंद से मीडिया चैनल लगातार इंटरव्यू ले रहे हैं और बाबा भी निरंतर अपने मुद्दे पर बने हुए हैं।
वास्तविक मुद्दा क्या हैं?? 
बाबा और मंदिर में प्रायः रोज आने जाने वाले लोगो का कहना हैं की ये मंदिर पहले तो एक मुस्लिम बहुल आबादी क्षेत्र में है और एक पवित्र सिद्ध पीठ हैं। इसे बगलामुखी माता के मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैं। बगलामुखी माता का उपासक ज्यादातर तांत्रिक और अन्य देवीय क्रिया करने वाले उपासक होते हैं।  लोगो का कहना हैं की ये मंदिर आस पास के कई गांवों के हिंदुओ के लिए एक पवित्र स्थल हैं और लोग इस मंदिर में अक्सर पूजा पाठ करने आते रहते हैं। बाबा का कहना हैं कि मुस्लिम लड़के इस मंदिर में आते हैं और हिंदू लड़कियों को अपनी चिकनी चुपड़ी बातो में फुसला कर अपना जिहाद का कार्य पूरा करते हैं। ये लोग मंदिर में  देव दर्शन को आई हिंदू लड़कियों को शिकार करते हैं।
इस मंदिर के आस पास और इस गांव में भी काफी हिंदू बच्चियों के साथ ऐसी घटनाए हो चुकी हैं और इसलिए बाबा और गांव के बाकी हिंदुओ ने मिलकर इस मंदिर में मुसलमानो का प्रवेश वर्जित कर दिया और बकायदा उसका एक बोर्ड लगवाया गया मंदिर के गेट पर,जिसमे साफ साफ लिखा हैं की इस मंदिर में मुसलमानो का प्रवेश वर्जित हैं तो फिर ये बच्चा क्यों गया उस मंदिर में?? 
 उसका कहना हैं कि वो पानी पीने गया था परंतु अगर उसे पानी ही पीना था तो वो तो मंदिर के मुख्य गेट के पास और सामने सड़क के पास में भी ठंडे पानी को व्यवस्था भी थी और मंदिर से कुछ 50 कदम की दूरी पर गांव के पंचायत भवन में ठंडे पानी के लिए सार्वजनिक व्यवस्था हैं परंतु उसे पानी पीने 50 कदम दूर या 10 कदम दूर नहीं जाकर मंदिर के अंदर तक जाना हैं। मंदिर में उस समय उपस्थित एक व्यक्ति का कहना हैं की वो उस समय मंदिर में कुछ काम कर रहे थे तो इन्होने इस लड़के को शिवलिंग के साथ कुछ अभद्र हरकत करते देखा तो उन्होंने मंदिर में

उपस्थित अन्य लोगो को बता दिया परंतु मंदिर में उस समय बाबा उपस्थित  नही थे तो लडको ने उस मुस्लिम लड़के को पकड़कर उसके साथ पूछताछ करने लगे की वो शिवलिंग के साथ क्या कर रहा था और मुस्लिम होने के बाद भी मंदिर में कर क्या रहा हैं?? तो लड़के ने खुद के बचाव के लिए उस समय पानी पीने आने का बहाना बताया, पानी पिलाना एक धर्म का कार्य हैं और पानी पिलाने के लिए तो कोई भी हिंदू भाई मना नही करता।

जब लडको ने शिवलिंग के साथ अभद्र हरकत करने के कारण गुस्से में उस लड़के के थप्पड़ वगेरह मारे तो उसका वीडियो उस समय किसी ने बना लिया और वो वीडियो वायरल हो गया और उसके बाद तो ये मुद्दा बहुत बड़ा बना दिया गया क्योंकि इस बार पिटाई खाने वाला मुस्लिम था हिंदू नही, हिंदू तो चाहे इन मुस्लिम के हाथो मर भी जाए न तो कुछ दोगले हिंदू जो सेकुलर होने का दावा करते हैं और आसिफ वाले मुद्दे पर जिन्होंने #sorryasif  वाले हैशटैग चलाए थे वो लोग एक शब्द भी नही बोलेंगे और इसका ताजा ही उदाहरण हैं आसिफ वाली घटना के दो दिन पहले ही एक हिंदू लड़के को बर्बरता से मार दिया गया इन मुसलमानो द्वारा परंतु कोई भी नही बोला इन सबकी उस समय जबान सुख गई थी।

 बाबा ने पिछले साल की एक घटना के बारे में भी बताया जिसमे लोकल विधायक असलम चौधरी जो इस मामले में जबरदस्ती मंदिर में घुसने को धमकी दे रहे थे उनके बेटे को पिछले साल ही इसी मंदिर में लड़की छेड़ने पर पीटा गया था। 
 
ये तो सब जानते हैं को जिहाद एक ज्वलंत मुद्दा हैं और इस पर विचार करने को जरूरत हर एक हिंदू को हैं बाबा ने जो भी बाते कही हैं वो अक्षरश सत्य हैं। ये लोग कभी भी शांति से नही रह सकते ये लोग उन भेड़ियों के समान हैं जो हमेशा झुंड में वार करते हैं। ये बच्चियों को शिकार बना रहे हैं और फिर भी कुछ आधुनिकता वाले हिंदू इनका समर्थन अब भी करते हैं इन जैसे लोगो को पता तब चलेगा जब इनमे से किसी की बेटी को ये जिहादी अपना शिकार बनाएंगे और तब जाके उनकी आंखे खुलेगी की ये लोग किसी के सगे नही होते । जिस प्रकार बिजली अपने बनाने वाले को भी करंट से मार सकती हैं तो ये लोग भी अपने पालने वाले को भी मारने में हिचकते नही।
बाबा को कई बार जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी हैं और बाबा कई बार जेल भी गए हैं।
अभी पिछले कुछ दिनों से बाबा को जान से मारने के लिए इनाम भी रखा हैं कुछ नेताओ ने। स्थानीय विधायक और दिल्ली की आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान ने बाबा पर कई केस मारने की धमकी भी दी हैं।  ये मुस्लिम समाज के ठेकेदार कुछ लोग खुलेआम धमकी दे रहे हैं उनके सर पर इनाम रख रहे हैं  परंतु अब कोई भी बुद्धिजीवी नही बोल रहा कुछ अब किस बिल में जा के छुप गए वो सारे अभिनेता और सेकुलर स्वघोषित बुद्धिजीवी जो बात बात पर ट्वीट करते थे परंतु आज कुछ नही बोल रहे हैं, कोई सांप सूंघ गया क्या उनको अब ??  
परंतु इन धमकी देने वालो को भी जान लेना चाहिए अब की  स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती अब अकेला नहीं हैं उसके कोई हाथ भी लगाएगा तो उनका वो हाल होगा जो वे कभी सपने में भी नही सोच सकते हैं। इस देश में अब ये गुंडागर्दी नही चलेगी ये दोगलापंती अब इस देश में नही चलेगी। 
तुम्हारी हर एक नापाक हरकत का जवाब देना लोग जानते हैं और जवाब अब बहुत जल्दी ही सबको मिलने लग जायेगा ।
जय हिंद जय भारत ।

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