Oxygen
जब से पढ़ाई शुरू करते हैं इस नाम से परिचय तब से ही हो जाता हैं और हमे निरंतर इसके बारे में पुस्तको और किसी ना किस माध्यम से पता चलता रहा हैं। यह प्राणवायु हैं वो इसका प्राकृतिक स्रोत पेड़ पौधे हैं जिन्हे हम आधुनिकता के साथ भूलते जा रहें हैं, और एक समय ऐसा आएगा जिसम मिनट्स के हिसाब से Oxygen के लिए पैसे देने पड़ेंगे।
अभी भी समय हैं हम अपनी आगे वाली पीढ़ी को पेड़ लगाकर इस विपदा से बचा सकते हैं। आज जब सारी मानव जाति एक छोटे से अति सूक्ष्म विषाणु के कारण संकट में आ गई हैं, ओर इस महामारी ने हमे ऑक्सीजन की कमी का एहसास भी किसी ना किसी रूप से करवा दिया हैं। आज अस्पतालो में Oxygen Cylinder की कमी के कारण मरीजों की मृत्यु हो रही हैं।
Oxygen Cylinder की कमी क्यों हुई??
भारत में कई बड़ी कंपनिया Oxygen Cylinder बनाती हैं, इनका प्रयोग उद्योग क्षेत्र और Medical Department दोनो में होता हैं। Oxygen Cylinder 10 litre से शुरुआत हो जाते हैं । पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में वृद्धि होने के कारण देशभर के अस्पतालों में मरीजों की संख्या में अचानक से बहुत बड़ा इजाफा हुआ और जिनमें गंभीर अवस्था में मरीज ज्यादा थे जिनको वेंटिलेटर पर या फिर ऑक्सीजन गैस की जरूरत थी और यह कोई एक दो जगह पर नहीं देश में अधिकांश जगह पर अचानक से कोरोना की दूसरी लहर ने अपनी पकड़ बना ली।
कोरोना के कारण होने वाली मौतों की संख्या में निरंतर वृद्धि होती जा रही है और अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, मरीजों की संख्या ज्यादा होने के कारण पूर्व में स्टोरेज किए गए ऑक्सीजन सिलेंडर आज अधिकांश अस्पतालों में खत्म हो चुके थे फिर इस संकट की घड़ी में देश के कुछ बड़े उद्योगपतियों ने अपने ऑक्सीजन के कारखानों में ऑक्सीजन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देकर देशभर में अस्पतालों में हो रही ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने का निर्णय लिया यह जनहित में किया गया उद्योगपतियों द्वारा अच्छा निर्णय है आने वाले समय में हम फिर से इस महामारी पर विजय प्राप्त कर लेंगे।
Oxygen कि अस्पतालो में कमी??
कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा दो ही नाम चर्चा में आए हैं एक तो ऑक्सीजन की कमी और दूसरा हैं रिमेडिस्वीर इंजेक्शन ।
कोई भी न्यूज चैनल लगा लो आजकल खबरे यही आ रही हैं की देश में ऑक्सीजन की कमी हैं, अस्पतालो में मरीज निरंतर ऑक्सीजन की कमी के कारण मर रहे हैं।
मीडिया वास्तविकता से ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर पेश कर रही हैं जिसके कारण आम जन में डर का माहोल हो रखा हैं।
अचानक से मरीजों की संख्या में वृद्धि होने के कारण अस्पतालों में ऑक्सीजन गैस के सिलेंडरों की कमी हो चुकी है जिसके कारण कुछ मरीजों की भी आपातकालीन अवस्था में भी ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की व्यवस्था नहीं होने के कारण मौत हो गई थी, सरकार के यह संज्ञान में आते ही की देश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो रही है। सरकार ने भी ऑक्सीजन की कमी पूरी करने के लिए बाहर से आयात करने के तुरंत प्रभाव से आदेश दिए हैं और देश के कई बिजनेसमैन ने ऑक्सीजन सिलेंडर मुफ्त अस्पतालों में भिजवाए हैं।
आज देश में युद्ध स्तर पर ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है अगर देश में समय पर उतना उत्पादन नहीं हो पा रहा है तो अभी जर्मनी से ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर निर्यात किए गए हैं इंडियन एयरपोर्ट अपने हेवी कार्गो एयरक्राफ्ट से जर्मनी से लेकर आई है उत्तर प्रदेश में योगी जी ने ऑक्सीजन उत्पादन के लिए नए प्लांट लगाने की तैयारी की है और पुराने प्लांट्स में ऑक्सीजन की उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया है अयोध्या में मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन दशरथ मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन उत्पादन के लिए प्रस्ताव राम मंदिर ट्रस्ट दिया है राम मंदिर ट्रस्ट इसका भुगतान करेगा।
Oxygen Cylinder Price??
Corona की दूसरी लहर में देश में इस महामारी से बचाव के लिए किए गए दावो की पोल खोल कर रख दी हैं, निरंतर Corona Positive मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा हैं जो निरंतर नए रिकॉर्ड बना रहा हैं। जनता इतना सब कुछ देखने के बाद भी बाज नही आ रही हैं इस महामारी को भारतवासियों में मजाक में ले रखा हैं, आम जनता इससे बचाव के उपायों में असावधानी बरतते हैं, जो को नुकसानदेह साबित हो सकता हैं। आपकी एक गलती आपके पूरे परिवार को जिंदगी भर का गम दे के जा सकती हैं।
इसलिए बार बार लगातार अपने Hand Wash करते रहे।
Sanitizer का इस्तेमाल करते रहे।
Mask का उपयोग करे। जब भी आप घर से किसी भी काम से बाहर निकलो तो बिना मास्क के मत निकलो।
Oxygen Cylinder Price In Private Hospital’s??
Private Hospital’s में Corona महामारी के समय भी लूट मची हुई हैं, मरीजों के परिजनों से मजबूरी का फायदा उठाकर Oxygen Cylinder को वास्तविक मूल्य से बहुत महंगा बेचा जाता हैं, यह बहुत ही शर्मनाक हैं की किसी की जान जा रही हैं और आप एन मौके पर Oxygen Cylinder उपलब्ध करवाने के लाए उसके वास्तविक मूल्य से 10 से 20 गुना ज्यादा पैसे ले रहे हैं।
क्या Oxygen Cylinder को महंगा बेचने के चक्कर में मरीजों की जाने गई??
अगर कोई मुझसे ये सवाल पूछता तो में उसका जवाब हां में ही देता, आज शाम की ही बात हैं मेरे किसी परिचित का मुझे फोन आया और उन्होंने मुझे इमरजेंसी में Oxygen Cylinder का जुगाड करने के लिए कहा, क्योंकि जिस अस्पताल में उनके परिजन भर्ती थे वहां Oxygen Cylinder की कमी थी, जब पूछताछ की गई तो पता चला कि उस अस्पताल में ऑक्सीजन तो हैं थोड़ी मात्रा में कि 3 मरीज को बचाया जा सकता हैं, परंतु उसी अस्पताल में किसी उच्च अधिकारी के परिजन भी Corona Ward में थे, और ऑक्सीजन उनके बैकअप के लिए रखी गई थी। जब मुझे इस बात का पता चला तो एक तरीके से इसने झकझोर कर रख दिया, मेरे परिचित ने बताया कि “उन्हीं के परिजन के वार्ड में 2 वृद्ध और हैं जिनको भी ऑक्सीजन की जरूरत हैं और बाहर से दलाल अस्पताल में घूम रहे है और वो ऑक्सिजन उपलब्ध करवाने के लिए बहुत अधीन पैसे मांग रहे हैं जो इनके क्या मेरे बजट से भी बाहर हैं।”
मेने अपना पूरा प्रयास कर के उन तीनो के लिए ऑक्सीजन को व्यवस्था करवाई परंतु एक सोच मेरे मन से अभी तक नही गई की उन वृद्ध लोगो के जैसे और कितने होंगे ?? ओर जान भी ये लोग ही गंवाते हैं वरना उन अधिकारियों जैसे लोग तो आम जनता की जान को परवाह नही करते।
Hospital में बेड की कमी??
लगातार मीडिया से ये खबरे आती हैं की अस्पतालो में बेड की कमी, मरीजों को एक ही बेड पर 1 से ज्यादा मरीजों को रखा गया हैं। ये कमी हुई कैसे बेड की?? जब 2020 से पूरा देश कोरोना के कारण रेड अलर्ट पर था, फिर भी अस्पतालों में 1 दिन में मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण भी दूसरे दिन तक बेड की व्यवस्था क्यों नहीं हुई क्यों मरीजों को अस्थाई स्थानों पर लाचार होकर शरण लेनी पड़ी या फिर बजट से बाहर महंगे प्राइवेट हॉस्पिटल में अपना इलाज करवाना पड़ा??
Lockdown लगाना क्या अब सही हैं??
नही मुझे नही लगता की अब Lockdown लगाना चाहिए था क्योंकि आम जनता विशेषकर मध्यमवर्ग जिंदगी अब पटरी पर आना शुरू ही हुई थी और फिर से लॉकडाउन लगने के कारण उनकी आमदनी में कमी होगी और जिसका अंजाम उनके बजट के बाहर खर्चे जाना भी स्वभाविक सा होो जाएगा।
Lockdown लगाना इस समय क्या सरकारों की कमी दर्शाता हैं??
जी बिल्कल, इस समय पर कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों द्वारा lockdown लगाना इस बात का प्रतीक हैं की वो राज्य को संभाल नही पा रहे हैं अब, Corona से लड़ने के लिए उनके पास कोई प्लान नहीं हैं। Lockdown लगा कर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का खेल खेल रहे हैं ये राजनेता अब तो, और आम जनता हॉस्पिटल में मर रही हैं।
मीडिया वालो से निवेदन हैं एक की कृपया भय का माहोल पैदा न करे कई बार बीमारी से ज्यादा बीमारी का भय इंसान को जान से मार देता हैं।