Kya Bharat ki khoj Real me Columbus ne ki thi??|Hindi|भारत एक खोज| Ancient Indian Aircraft

भारत के बारे में कुछ आधुनिक इतिहासकारों का कहना हैं की भारत की खोज कोलंबस ने की थी, इस बात के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं की कोलंबस ने केवल भारत तक आने वाले एक समुद्री मार्ग की खोज की थी, जबकि भारत तो कोलंबस से कई शताब्दियों पहले से ही विदेशो से व्यापार करता आया हैं। 

Kya Bharat ki khoj Real me Columbus ne ki thi??

प्राचीन इतिहास की कई किताबो में इसका जिक्र हैं की भारत के कई देशों के साथ व्यापारिक संबंध कई शताब्दियों पहले से ही चला आ रहा हैं। भारत ने ही दुनिया को खेती करना सिखाया। भारत को मसालों का जनक भी कहा जाता हैं।
देश के अंदर मौजूद कई ऐतिहासिक इमारतें प्राचीन भारत के इतिहास को जेसे सामने बैठकर बात रही हो। इन कलाकृतियों में देश के इतिहास को कारीगरों के द्वारा महीन कारीगरी के नमूनों के रूप में आज से हजारों साल पहले ही बना कर भविष्य के लिए छोर दिया था।
कई भारतीय पुरातन मंदिरों और इमारतों में इतिहास के कई पन्नो को खुलेआम दिखाया गया हैं। यहां पर बनाई गई महीन कारीगरी में देश के व्यापारिक संबंधों, पड़ोसी देशों से व्यवहार, और रोजमर्रा की दिनचर्या तक को कहीं कहीं चित्रों के रूप में तो कहीं कहीं मूर्तियों के रूप में बनाया गया हैं।
इन इमारतों में प्राचीन भारत के हजारों रहस्य मौजूद हैं जिनके बारे में आज तक कोई पता नहीं लगा पाया हैं।
कई मंदिर में ऐसी ऐसी मशीनों के होने के सबूत मिले हैं जिनके बारे में आगे वैज्ञानिक भी शोध करने में कतराते हैं।
आज से कुछ साल पहले अमेरिकी सेना और वैज्ञानिकों का एक दस्ता अफगानिस्तान में पहाड़ी इलाकों में बनी गुफाओं में कुछ रिसर्च कर रहा था तभी उनके समूह के लोगो ने एक गुफा कर अंदर पुरातन विमान जेसी कोई मशीन को देखा जिसके बाद वैज्ञानिकों को जिज्ञासा ने उस पर शोध करने की मजबूर कर दिया। 
इस विमान को भव्यता देखते ही बनती थी, इसे देख कर प्राचीन वैज्ञानिकों के बारे में सोचने पर यह वैज्ञानिकों का दस्ता भी मजबूर हो गया था की केसे एक विशाल कलाकृति को आज से हजारों साल पहले बनाया गया होगा। जो विमान अफगानिस्तान में उस गुफा में मिला था उसके जेसे चित्र और बनावट के विमानों के बारे में महर्षि भारद्वाज ने अपने लिखे ग्रंथ विमानशास्त्र् में आज से हजारों साल पहले ही बता दिया था।
उस विमान पर शोध करने के लिए जो 14 लोगों का दल गया था वो उस जगह से अचानक से गायब हो गया जिसके बाद उनकी कई दिनों तक खोज भी की गई परंतु आज तक उनके बारे में किसी को भी पता नहीं चल पाया हैं।
वहां मौजूद अन्य लोगों के अनुसार जब उन लोगो ने विमान को छुआ जिसके बाद विमान के अंदर एक बहुत भयंकर आवाज आई और एक रोशनी विमान के चारो तरफ फैल गई जिसके बाद इस रोशनी के दायरे में आने वाले के 14 लोग अचानक से कहीं गायब हो गए।

Ancient indian Aircraft Found in India and Afghanistan

कुछ वैज्ञानिकों और दर्शनिको का इस घटना के बारे में मानना हैं की यह घटना Time Travel की प्रमुख घटनाओं में से एक का जीता जागता उदाहरण हैं। यह विमान किसी Time Well के अंदर हैं और इसके आस पास जाकर इससे छेड़खानी करने पर शायद उसके आस पास किसी दूसरे समय चक्र का क्षेत्र अपने अस्तित्व में आ जाता हो जिसके कारण वह सारे लोग किसी और आयाम में पहुंच गए होंगे।
ऐसी ही एक घटना आज से कुछ सालो पहले भारत में भी एक मंदिर में घटी थी जो काफी हद तक इस घटना के समंतर ही थी। 
आज से करीबन 10 साल पहले दक्षिण भारत के श्री रंगम मंदिर में पुरातन विभाग की कुछ खोज चल रही थी जिसमे उन्हें इस मंदिर के अंदर कई ऐसी रहस्यमई चीजे मिली जिन्हे देखकर वैज्ञानिक भी चौंक गए थे।
श्री रंगम मंदिर में कई गोपुरम बनाए गए हैं उनमें से एक गोपुरम के बारे में कहा जाता हैं वह स्वयं भगवान विष्णु का निजी विमान हैं जो शुद्ध सोने से बना हुआ हैं। यह विमान यहां खुद प्रकट हुआ था।
इस मंदिर के अंदर पत्थरो को कारीगरी में कई ऐसे रहस्य मिले जो आज तक वैज्ञानिक नही सुलझा पाए हैं।
श्री रंगम मंदिर में बने कुछ तहखानों की खोज के लिए एक टीम गठित की गई। इस मंदिर के अंदर बने तहखानों को खोलना शुरू किया गया जिसमें बहुत सी ऐतिहासिक चीजे मिली।
एसे ही एक तहखाने की खोज के लिए उसके दरवाजों को जब खोला गया तो वैज्ञानिकों को वहां उस तहखाने के अंदर एक दूसरे तहखाने के होने के सबूत मिले। जब टीम ने आगे इस तहखाने की खोज की तो उन्हें वहां पर एक पुरानी मशीन मिली जिसे देखकर लग रहा था कि वह कई हजार सालों से उसी तहखाने के अंदर रखी हुई थी।
 इस मशीन का आकार प्रकार भी कुछ वैसा ही था जैसा इस मंदिर के अंदर सोने के उस गुंबद का है। वैज्ञानिकों और इतिहासकारों के एक समूह का कहना है कि यह मशीन एक प्राचीन भारतीय विमान की तरह लगती थी, जिसके बारे में विमान शास्त्र के अंदर भी विस्तार से बताया गया है।
 इस मशीन के बारे में विस्तार से जांच करने के लिए जब इस टीम ने अपनी जांच को आगे बढ़ाया और कुछ वैज्ञानिकों को इस मशीन के पास में भेजा तब इस मशीन के अंदर से एक भयानक आवाज निकली, जिसके बाद सभी लोग वहां से डर कर भाग गए, माना जाता है कि यह कोई सामान्य मशीन नहीं थी जबकि यह पुराना विमान था जो बिल्कुल उसी शैली का विमान था जो आज से कुछ साल पहले अफगानिस्तान में उस गुफा में मिला था, जिसमें अमेरिकन 14 लोग गायब हो गए थे।
इस घटना के बाद तत्कालीन सरकार ने इस खोज को पूर्ण रूप से बंद कर दिया था और उन तहखानों को हमेशा के लिए बंद कर दिया था। आज भी भारत के अंदर कई ऐसी ऐतिहासिक इमारतें मौजूद हैं, जिनके विज्ञान और जिन के निर्माण के बारे में कोई भी वैज्ञानिक विस्तार से नहीं जान पाया है, कि आखिर इतनी जटिल संरचना का निर्माण कैसे किया गया??
 कुछ इमारतों में तो इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है कि जो आज के समय में आधुनिक मशीनों के इस्तेमाल से भी संभव नहीं है। पत्थरों की कुछ जटिल संरचना जो एक मशीन की तरह काम करती हो इसके बारे में सुनना एक किवंदती सा लगता है परंतु यह बिल्कुल सत्य है। प्राचीन भारत में ऐसी कई इमारतों का निर्माण किया गया था जिसमें विज्ञान के जटिल सूत्रों का प्रयोग किया गया था।
जय श्री राम
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