RPSC/राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं के अंदर धांधली का जिम्मेदार कौन??/What Is RPSC??/Hindi/REET/RAS EXAM/REET Exam Paper Leak/#sanataniindian

 राजस्थान में पिछले महीने सितंबर में शिक्षक प्रतियोगी परीक्षा हुए थी। REET की इस परीक्षा में पूरे राजस्थान में इतने ज्यादा फर्जीवाड़े हुए हैं की इस परीक्षा करवाने का कोई औचित्य ही नही रह गया था।

What Is RPSC??

UPSC की तरह ही राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षा के लिए और राजस्थान प्रशासनिक सेवाओं और राजस्थान पुलिस जैसे महत्वपूर्ण विभागों में नौकरी के लिए RPSC बनाया गया हैं।
यह विभाग राजस्थान पुलिस के एक पुराने कर्मचारी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के करीबी के कार्यक्षेत्र के अंतर्गत आता हैं कहने का मतलब ये हैं की इसके मुखिया राजस्थान के मुख्यमंत्री के खास आदमी हैं। 
RPSC के जो मुखिया हैं वो कभी भी मुख्यमंत्री साहब की बात को नकार नहीं सकते हैं। इनको दिया गया पद मुख्यमंत्री साहब की ही मेहरबानी हैं। जब ये पोलिस में थे उस समय में इन्होंने राजस्थान के एक नामी वकील को फंसान  के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल में बहुत हटकंडे रचे थे परंतु वो भी कानून का पूरा जानकर निकला और इनके चंगुल से बच निकला, आज भी वह केस राजस्थान उच्च न्यायलय में लंबित हैं।
26 सितम्बर 2021 को राजस्थान में REET की प्रतियोगी परीक्षा हुई थी।
REET की परीक्षा को राजस्थान सरकार ने ऐसा बना दिया था कि वह कोई युद्ध लड़ने जा रही है। इसका इतना ज्यादा प्रचार प्रसार किया गया कि पता नहीं इस बार तो राजस्थान की सभी बेरोजगार शिक्षक की नौकरी प्राप्त कर ही लेंगे।
REET की परीक्षा को इतनी बार स्थगित किया गया था कि विद्यार्थियों ने जितना समय इस परीक्षा की घोषणा और परीक्षा होने की तिथि में था उससे कोई आठ से 10 गुना ज्यादा समय इस परीक्षा की तैयारी के लिए उन्हें मिला परंतु इस समय का फायदा क्या हुआ??

REET Exam Paper Leak In Rajasthan

 क्योंकि इस भर्ती के अंदर तो खुलेआम घोटाला हुआ है। पूर्ण नियोजित तरीके से रीट परीक्षा के पेपर लेकर जा रहे हैं 1 ट्रक का एक्सीडेंट कर के  REET पेपर की चोरी की जाती है और फिर पूरे राजस्थान में उसे लाखों में बेचा जाता है।
 इसके अलावा रीट परीक्षा में पास करवाने के लिए खुलेआम पैसे मांगे जा रहे थे। नेताओं के दलाल हर जगह पर सक्रिय हैं। जो हर एक सीट के पैसे लेते हैं।
इस परीक्षा से पहले व्याख्याता भर्ती परीक्षा हुई थी, उसके अंदर भी ऐसे ही योग्य विद्यार्थियों को नकार कर जिन्होंने पैसे दिए उनको बड़े ओहदे पर बिठा दिया और यही हुआ था आरएस RAS की प्रतियोगी परीक्षा में क्योंकि उसमें भी राजस्थान के वर्तमान शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के कुछ परिवार वाले भी ऐसे ही गलत तरीके से RAS की परीक्षा में पास हुए थे।
 इसका राजस्थान के बहुत से बेरोजगार संगठन और बहुत से अन्य संगठनों ने भी विरोध जताया था।
शिक्षा मंत्री जी के जो करीबी रिश्तेदार थे उनके लिखित परीक्षा में तो नंबर कम थे परंतु जो व्यक्तिगत इंटरव्यू RAS की परीक्षा में लिया जाता है उसके अंदर उनके RAS के टॉपर से भी ज्यादा नंबर थे।
 इन सब से आहत होकर प्रतियोगी परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों ने राजस्थान सरकार का बहुत विरोध भी जताया था परंतु इस सरकार के कानों तक जूं तक नहीं रेंगी।
 देश के भाजपा शासित राज्यों में छोटी सी भी कोई दुर्घटना होने पर वहां जाकर  रोने पीटने वाले यह कांग्रेसी नेता राजस्थान में हुई विद्यार्थियों के साथ धांधली पर क्यों चुप बैठे हैं??🤔🤔
 अभी REET की परीक्षा की धांधली खत्म भी नहीं हुई थी कि RPSC आरपीएससी ने अब नई परीक्षा RAS का आयोजन करवाने का फैसला लिया है।

Corruption In RPSC

जिसके अंदर भी धांधली होने के आसार अभी से नजर आने लगे हैं🤔🤔 क्योंकि अभी तक तो इस परीक्षा का एक हिस्सा भी संपन्न नहीं हुआ है और अभि से इन नेताओं के एजेंट जो  इन सरकारी औहदो को बड़े दामों में बेचते हैं, वह सक्रिय हो चुके हैं और विद्यार्थियों से संपर्क कर रहे हैं।
 जो लोग पैसे का जोर रखते हैं और जिनकी नेताओं के पास पहुंच है। वह अपने बच्चों को राजस्थान के अंदर RAS जैसी परीक्षा के अंदर आराम से  पास करवा सकते हैं।
 राजस्थान के अंदर पैसा बोलता है राजस्थान की वर्तमान सरकार को बस पैसे से मतलब है। इसके लिए यह अपराधियों का भी साथ देंगे और साथ ही साथ विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ भी करेगी।
RPSC आरपीएससी ने राजस्थान को बहुत से ईमानदार और लोकप्रिय ऑफिसर भी दिए हैं परंतु आज जिस मुकाम के ऊपर आरपीएससी RPSC  पहुंच चुका है। वह बहुत ही निंदनीय है। इस सरकार ने अपनी और अपने आकाओं की जेब भरने के लिए राजस्थान की आम जनता को इतना लूटा है कि जिसकी कोई हद नहीं है। RPSC आरपीएससी की परीक्षा में लाखों विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो अपने सपने, अपने माता पिता के सपने पूरे करने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं।
इन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी ऐसे करते हैं जैसे कि वह कोई युद्ध लड़ने जा रहे हो और जब प्रतियोगिता का वास्तविक समय आता है तभी राजस्थान के राजनेता इन मेधावी विद्यार्थियों की बुद्धि के साथ और इनके वास्तविक स्थान के साथ खिलवाड़ कर जाते हैं। 
 कोई अमीर इंसान जिसके पास पैसे हो वह लाखों रुपए के दाम पर राजस्थान में सरकारी ओहदे खरीद सकता है। जिस इंसान के पास 30 से 50 लाख के आसपास रुपए हैं।
 वह इंसान राजस्थान के अंदर बड़े लोगों को आराम से खरीद सकता है। इन नेताओं के एजेंट राजस्थान के एक छोटे से छोटे क्षेत्र में सक्रिय है चाहे वह कोई कोचिंग के मालिक हो या फिर किसी नेता के कोई खास आदमी परंतु यह सक्रिय हर जगह पर है।
यह धांधली इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि आज कोई वास्तविक योग्य विद्यार्थी जो इन पदों को गौरवान्वित कर सकते हैं। उन्हें यह मौका नहीं मिल पाता है।
 जबकि उनकी जगह पर यह मौका उनको दिया जाता है जो या तो नेताओं के करीबी होते हैं या फिर जिनके पास पैसे का दम होता है।
REET रीट की परीक्षा में जो फर्जीवाड़ा हुआ था। REET रीट के पेपर बेचने का जिस पर मुख्य आरोप था, वह बत्तीलाल राजस्थान के कई बड़े नेताओं के साथ अक्सर दिखाई देता है। इस माहौल को देखकर वास्तव में ऐसा ही लग रहा है कि रीट की परीक्षा में जो फर्जीवाड़ा हुआ है। वह सरकार की मिलीभगत से ही हुआ है।
क्योंकि बिना सरकार की मिलीभगत से तो यह हो नहीं सकता REET रीट की परीक्षा देने वाले कुछ विद्यार्थियों से मैं निजी रूप से भी मिला था, जिन से संपर्क करने पर पाया गया कि जिन परीक्षा केंद्रों पर इन बच्चों की परीक्षा थी उनमें से कई परीक्षा केंद्रों के ऊपर काफी बच्चों के जो पेपर थे, उन की सील टूटी हुई थी।
REET Exam me Kya Pese Me Seat Biki Thi??
 जिसका मुद्दा भी राजस्थान के अंदर जोर-शोर से उठा था परंतु फिर उस मुद्दे को दबा दिया गया।
 राजस्थान के कुछ छात्र संगठन के युवा प्रतिनिधि युवाओं के साथ हुई इस धांधली के लिए जब प्रदर्शन करने लगे, सरकार का विरोध जताने लगे तो उनको भी दबा दिया गया चाहे वह बल प्रदर्शन के द्वारा हो या फिर अन्य कोई कूटनीतिक चाल।
 RPSC आरपीएससी आज जिन हाथों के अंदर है वह राजस्थान के सबसे भ्रष्टाचारी हाथ है। जिन्होंने राजस्थान पुलिस के अंदर बड़े-बड़े पदों पर रहते हुए खुलेआम भ्रष्टाचार किए हैं। आज भी राजस्थान के कई न्यायालयों में उनके ऊपर कोर्ट में कैसे चल रहे हैं परंतु फिर भी राजस्थान के मुख्यमंत्री जी ने उन्हें ही आरपीएससी का मुखिया बनाया ताकि आरपीएससी पर पूरा नियंत्रण खुद मुख्यमंत्री जी का रहे या फिर मुख्यमंत्री जी के खास और वर्तमान शिक्षा मंत्री डोटासरा जी का।
RPSC राजस्थान में कई महत्वपूर्ण सरकारी पदों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन करवाता है। जिसके अंदर राजस्थान के सबसे मेधावी विद्यार्थी चुने जाते हैं। RPSC  आरपीएससी की शुरुआत एकदम यूपीएससी की तर्ज पर ही की गई थी। जिस तरह से केंद्र के अंदर यूपीएससी काम करती है वैसे ही राजस्थान के अंदर आरपीएससी काम करती है।
 राजस्थान की आम जनता की सेवा के लिए बना यह संगठन आज सरकार की दलाली का केंद्र बन चुका है। कुछ नेता इसे अपनी जेब भरने का अड्डा बना चुके हैं। शिक्षक जो कि देश का भविष्य निर्माता है, उसी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
 वास्तव के अंदर जो शिक्षक बनने के योग्य व्यक्ति थे या जो प्रतियोगी थे उन्हें वह मौका यह लोग नहीं दे रहे जिसके वह योग्य हैं, उनकी जगह पर पैसे को तरजीह देकर राजस्थान के बच्चों का भविष्य REET रीट परीक्षा के पेपर के साथ ही बेच दिया था और आगे भी जब तक RPSC आरपीएससी ऐसी परीक्षाओं का आयोजन इस सरकार के कार्यकाल के अंदर करवाएगी तो राजस्थान के विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में ही है।
 पैसा हर जगह पर काम नहीं आता है यह सरकार 2 से ढाई साल की और बची है। इनका कार्यकाल इतने समय में खत्म हो जाएगा, जिसके बाद दूसरी सरकार आएगी और उसके बाद फिर से इन सरकारों का एक दूसरी सरकारों पर आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू होगा, जिसके बाद फिर से 1 से 2 साल तक किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की भर्ती का विद्यार्थियों को इंतजार करना पड़ेगा। 
 इस कार्यकाल के अंदर तो प्रतियोगी परीक्षाएं बहुत ही कम हुई है, जिससे राजस्थान के अंदर बेरोजगारों की संख्या बढ़ी है।  हर साल पढ़ तो बहुत से बच्चे रहे हैं योग्य तो बहुत से बच्चे बन रहे हैं परंतु उन योग्य बच्चों को उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी तो नहीं मिल पाती है ना🤔🤔
 काम तो नहीं मिल पाता न??
अगर काम नहीं होगा तो कमाएंगे कैसे??🤔🤔
 पैसा कैसे आएगा🤔🤔
 यह तो है नहीं कि हर कोई राजस्थान का शिक्षा मंत्री बन जाता है या बाकी कांग्रेसी नेताओं के चमचे बन जाते हैं। जिनके पास पेपर बेचकर भी पैसा आ सकता है या फिर विधायकों की सीट बेचकर भी आ सकता है।
 होटलों में मजे करने के लिए, राजस्थान की आम जनता के खून पसीने से निकली टैक्स की कमाई को खर्च कर सकते हैं परंतु राजस्थान के बच्चों को एक बेहतर भविष्य नहीं दे सकते🤔🤔
 बच्चों को एक बेहतर भविष्य देने की बजाय अपनी जिंदगी भर के लिए पैसों का इंतजाम करने में लगे हुए हैं। जिंदगी का किसको क्या भरोसा है। किस के कितने दिन बचे हैं🤔🤔और किसके कितने खत्म हो चुके??
 किसी को कुछ नहीं पता परंतु अपने निजी लालच के कारण एक पूरे प्रदेश के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बहुत ही गलत है।
 पहले तो एक आरक्षण ही ऐसी चीज हुआ करती थी जो योग्यता के साथ खिलवाड़ करती थी परंतु अब तो राजस्थान के अंदर सरकार भी एक ऐसी आ चुकी है जो राजस्थान का भविष्य बर्बाद करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। राजस्थान के अंदर RPSC आरपीएससी ने जो 1 साल पहले एक प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करवाई थी व्याख्याता भर्ती परीक्षा,  उसके अंदर भी बहुत ही बड़े लेवल का घोटाला हुआ था।
 एक व्याख्याता की सीट के लिए 30 से 50 लाख रुपए कम से कम मांगे जा रहे थे जबकि कई सीटें तो करोड़ों में भी बिकी थी। जो इंसान रिश्वत देकर नौकरी के अंदर गया है वह क्या बच्चों को शिक्षा देगा??

What is Happening In RPSC Rajasthan??

जिस बंदे ने अपनी नौकरी ही पैसे देकर प्राप्त की हो वह नौकरी लगने के बाद में पहले अपने पैसे रिकवर करने के बारे में सोचेगा ना की जनता की सेवा करने के बारे में।
राजस्थान के नेता यह क्यों नहीं समझते हैं कि यह पैसों के अंदर सरकारी औहदो को बेचकर राजस्थान की आम जनता को बहुत ही बड़ा धोखा दे रहे हैं क्योंकि इससे राजस्थान को ऐसे निकृष्ट ऑफिसर मिलेंगे जो ना तो कुछ काम कर सकेंगे ना किसी की कोई काम में सहायता कर पाएंगे क्योंकि योग्यता पैसों से नहीं आती है 
और ना ही जाति से आती है
 योग्यता मिलती है कर्म से
 परिश्रम से 
अपने काम के प्रति एकाग्रता से
 क्यों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हो???
 क्या पता आप की सरकार कितने दिन की है🤔🤔 आगे आप आओ या ना आओ🤔🤔 
अगर ऐसे काम आप करोगे तो कौन आपको सरकार में दोबारा लाएगा??
 सरकार में आने के बाद आप लोग आम जनता की सुनते नहीं हो RPSC आरपीएससी जैसे विभाग को आपने राजनीति का अड्डा बना दिया है। अपराधियों को आरपीएससी का मुखिया बना दिया है।
 जो खुद अपराधी होंगे वह पुलिस के अंदर रहकर क्या अपराधियों को पकड़ेंगे??
 रिश्वत देना भी एक अपराध ही है। प्रशासनिक सेवा के अंदर जो एक पूरे जिले को संभालने के लिए कलेक्टर की पोस्ट होती है, उस लेवल की पोस्ट के लिए भी भ्रष्टाचार, 
फिर कैसे मिलेंगे अच्छे ऑफिसर??
 इन सब भ्रष्टाचारों के खिलाफ आम जनता आवाज क्यों नहीं उठाती है??
 क्यों इनकी आवाज सूख जाती है??
जब इनके नेता इनके सामने आते हैं, पीछे से सब बोलते हैं, सामने बोलने की किसी की हिम्मत नहीं है अरे भाई बाकी बातों के लिए तो मत कहो पर RPSC आरपीएससी जैसे विभाग के अंदर जो राजनीति हो रही है उसके लिए तो कम से कम बोलो।
 चाहे आप कांग्रेस के हो 
चाहे भाजपा के हो
 आप चाहे किसी भी विचारधारा या किसी भी पार्टी के समर्थक हो परंतु जो राजस्थान के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है, उसके खिलाफ आपको आवाज उठानी चाहिए।
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 इसमें कल को आपके बच्चे भी हो सकते हैं यह पैसे के लिए किसी को भी बेच सकते हैं। इनको आज आपकी जरूरत है तो यह आप का ही प्रयोग करेंगे, अगर नेताओं को आपकी जरूरत नहीं है तो आप इनके लिए  कचरा मात्र है। जिसे यह बाहर फेंक देंगे और जितनी जल्दी यह नेताओं के चमचे यह बात समझ जाएंगे उतना ही जल्दी देश विकास करने लग जाएगा।
क्योंकि भ्रष्टाचार यह तो है नहीं कि सारे बड़े लोग ही करते हैं🤔🤔 भ्रष्टाचार की शुरुआत भी हमेशा छोटे से ही शुरू होती है बड़े लोग भी करते हैं।  हम किसी सरकारी विभाग में जाते हैं तब वहां भी हम में से ही कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपना काम जल्दी करवाने के लिए वहां किसी चपरासी वगैरह को कुछ पैसे दे कर अपना काम करवाते हैं।
जब हम खुद ही भ्रष्टाचार करते हैं तब हम किसी और को भ्रष्टाचार रोकने के लिए कैसे कह सकते है। भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए शुरुआत छोटे लेवल से ही शुरू करनी पड़ेगी।
उम्मीद हैं की राजस्थान की आम जनता का भी खून खोलेगा कभी तो और वो बच्चो ले भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ के खिलाफ बोलेंगे।
जय हिंद जय भारत🇮🇳
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